लेखनी प्रतियोगिता -22-Sep-2023 "यादें"

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       "यादें" वो यादें बचपन की मुझे कितना तड़पाती है।  रोज़ आ कर मेरे नजदीक मेरी हंसी उड़ाती है।।  करती है रोज़ नया मज़मा मेरी एक ना सुनती है।  ...

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